वर्ल्ड वाइड वेब (WWW) का इतिहास
परिचय:-
वर्ल्ड वाइड वेब (WWW), जिसे आमतौर पर "वेब" कहा जाता है, आज के इंटरनेट का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है। इसका अविष्कार British वैज्ञानिक टिम बर्नर्स-ली (Tim Berners-Lee) ने 1989 में CERN (European Organization for Nuclear Research) में कार्य करते हुए किया था। इसका उद्देश्य दुनिया भर के वैज्ञानिकों और संस्थानों के बीच जानकारी साझा करने की सुविधा प्रदान करना था
- 1989: टिम बर्नर्स-ली ने WWW के लिए पहला प्रस्ताव लिखा।
- 1990: दूसरा प्रस्ताव स्वीकार किया गया, HTML, URL और HTTP जैसी क्रांतिकारी तकनीकों की नींव रखी गई।
- 1991: पहला वेब ब्राउज़र और वेब सर्वर लॉन्च हुआ, जिससे वेब का वास्तविक उपयोग शुरु हुआ।
- 1993: Mosaic नामक ब्राउज़र आया, जिसने WWW को आम जनता के बीच लोकप्रिय बना दिया।
- 1994: टिम बर्नर्स-ली ने W3C (World Wide Web Consortium) की स्थापना की, जो वेब के मानकों का निर्धारण करता है
वेब (World Wide Web) के ऐतिहासिक विकास को सामान्यतः तीन प्रमुख चरणों में बाँटा जाता है, जिन्हें वेब 1.0, वेब 2.0 और वेब 3.0 कहा जाता है। प्रत्येक चरण की अपनी तकनीकी और उपयोगकर्ता-सम्प्रेषणीय विशेषताएँ हैं
1. वेब 1.0(Static Web)-स्थिर वेब
- शुरुआती चरण (1990 का दशक)
- केवल पढ़ने (Read-only) की सुविधा; वेबसाइटें स्थिर HTML पेज होती थीं
- इंटरैक्टिविटी या यूज़र कंटेंट सीमित
- लगभग 2000 के बाद
- इंटरैक्टिव वेबसाइटें; Blog, Social Media, Forum, Comments आदि
- यूज़र खुद कंटेंट बना और साझा कर सकते हैं
- AJAX, JavaScript, CSS जैसी तकनीकों का प्रयोग बढ़ा
- लगभग 2010 के बाद
- डेटा और कंटेंट को मशीनों द्वारा समझना और प्रोसेस करना (AI, ML)
- ब्लॉकचेन, डीसेंट्रलाइज्ड डेटा, स्मार्ट एप्लिकेशन, पर्सनलाइजेशन
- बेहतर खोज, संवाद और सीखे जाने योग्य सुविधाएँ
- 1990s: HTML, CSS, Static websites
- 2000-2010: Blog, Wiki, Youtube, Facebook, Twitter की शुरुआत
- 2010 के बाद: AI, Machine Learning, Chatbots, IoT, Blockchain का समावेश
- WWW इंटरनेट पर उपलब्ध सूचनाओं को एक दूसरे से हाइपरलिंक टेक्नोलॉजी की मदद से जोड़ता है।
- HTML, HTTP और URL वेब की मुख्य तकनीकी भाषाएँ हैं, जिनका उपयोग आज भी किया जाता है।
- इसके जरिए टेक्स्ट, तस्वीरें, वीडियो आदि आसानी से इंटरनेट पर साझा किए जाते हैं।
WWW कैसे काम करता है?
- यूजर ब्राउज़र में URL दर्ज करता है।
- ब्राउज़र DNS से URL का IP पता प्राप्त करता है।
- ब्राउज़र HTTP/HTTPS के जरिए वेब सर्वर से संपर्क करता है।
- सर्वर उस पेज को ब्राउज़र को भेजता है।
- ब्राउज़र पेज रेंडर कर यूजर को दिखाता है
वर्ल्ड वाइड वेब (WWW) एक ऐसी तकनीक है, जिससे पूरी दुनिया में इंटरनेट पर मौजूद जानकारी, वेबसाइट, वेबपेज, इमेज, वीडियो, आदि को आसानी से देखा, साझा और एक्सेस किया जा सकता है। यह ओपन, वितरित, क्रॉस प्लेटफॉर्म और हाइपरटेक्स्ट आधारित प्रणाली है, जो आज की डिजिटल दुनिया की रीढ़ है