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रविवार, 13 अप्रैल 2025

बैसाखी-: समृद्धि और खुशहाली का पर्व


भारत एक कृषि प्रधान देश है, जहाँ प्रत्येक ऋतु और फसल से जुड़े त्योहारों को बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। इन्हीं त्योहारों में से एक है बैसाखी, जो विशेष रूप से पंजाब और उत्तर भारत में बहुत धूमधाम से मनाया जाता है। यह केवल एक फसल उत्सव नहीं है, बल्कि इसका धार्मिक और सांस्कृतिक महत्त्व भी बहुत बड़ा है।

                                     फसलें लहराए, खुशियाँ छा जाएँ , बैसाखी का पर्व सबको भाए


 बैसाखी कब मनाई जाती है?

  • बैसाखी हर साल 13 अप्रैल को मनाई जाती है।

  • यह दिन सौर नववर्ष  की शुरुआत का प्रतीक भी है।

  • यह दिन बैसाख महीने (वैशाख) की पहली तारीख होती है, इसलिए इसे बैसाखी कहा जाता है।

  कृषि महत्त्व-:

  • बैसाखी को फसल कटाई के त्योहार के रूप में मनाया जाता है, खासकर पंजाब और उत्तर भारत में।

  • इस दिन रबी की फसल (जैसे गेहूं) पककर तैयार होती है, जिससे किसानों के जीवन में खुशहाली और समृद्धि आती है।

  • किसान इस दिन ईश्वर और धरती माता का धन्यवाद करते हैं और अच्छे भविष्य की कामना करते हैं

  • किसान इस दिन को खुशहाली और समृद्धि के प्रतीक के रूप में मनाते हैं।

  • गाँवों में ढोल-नगाड़ों, भांगड़ा-गिद्दा के साथ लोग खुशियाँ बाँटते हैं

    सिख धर्म में बैसाखी का महत्त्व-:

  • बैसाखी का सिख धर्म में विशेष स्थान है।

  • 1699 में, आनंदपुर साहिब में, गुरु गोबिंद सिंह जी ने खालसा पंथ की स्थापना की।

  • उन्होंने पाँच श्रद्धालुओं को चुनकर पंज प्यारे बनाया और उन्हें अमृत पिलाकर सिख धर्म की नई शुरुआत की।

  • इसलिए बैसाखी को खालसा के जन्म दिवस के रूप में भी मनाया जाता है।

  • गुरुद्वारों में विशेष दीवान, कीर्तन, और लंगर आयोजित किए जाते हैं

      भारत के विभिन्न हिस्सों में बैसाखी-:  

राज्य
 त्योहार का नाम  महत्व
          पंजाब                                  बैसाखी                                             फसल और खालसा पर्व
            तमिलनाडुपुथांडु (Puthandu)तमिल नववर्ष
            बंगालपोइला बोइशाखबंगाली नववर्ष
            केरलविशु (Vishu)केरल का नया साल
           असमबोहाग बिहूअसमिया नववर्ष

     बैसाखी का संदेश:

बैसाखी केवल एक धार्मिक या कृषि त्योहार नहीं, बल्कि यह मेहनत, निष्ठा, एकता और उम्मीद का पर्व है।

        यह त्योहार हमें सिखाता है:

  • मेहनत का फल मीठा होता है।

  • सच्चाई और धर्म के रास्ते पर चलना ही असली वीरता है।

  • खुशी बाँटना ही सबसे बड़ा उत्सव है

निष्कर्ष-: 
बैसाखी एक बहुत ही महत्वपूर्ण त्योहार है जो पंजाब और हिंदुओं के लिए एक महत्वपूर्ण दिन है। इस दिन को मनाने से हम अपनी संस्कृति और परंपरा को याद करते हैं और अपने परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताते हैं। बैसाखी की शुभकामनाएं देने से हम अपने संबंधों को मजबूत करते हैं और एक दूसरे के साथ जश्न मनाते हैं                

आशा एक किरण है,
               जो अंधेरे में भी रोशनी देती है।
       आशा हमें आगे बढ़ने की,
प्रेरणा देती है।

 

 

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